मुहावरे और लोकोक्तियाँ क्या है || what are idioms and proverbs

मुहावरे और लोकोक्तियाँ क्या है || what are idioms and proverbs


मुहावरा का परिभाषा

"ऐसे वाक्यांश जो सामान्य अर्थ का बोध ना करा कर किसी विशेष अर्थ का बोध कराते हैं, उन्हें मुहावरे कहते है मुहावरा  एक 'अरबी' भाषा का शब्द है। हमारे जीवन में मुहावरे बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मुहावरे का अध्ययन कर हम बहुत कुछ सीख पाते हैं। मुहावरे हमारे जीवन की सत्यता से जुड़ा होता है।

मुहावरे और उनके अर्थ

1.अंगूठा दिखाना—         वक्त पर धोखा देना

2. अंगारों पर लोटना—     दुःख सहना

3.पौ बारह होना—           लाभ ही लाभ

4.नौ‌ दो ग्यारह होना —     भाग जाना

5. ईद का चांद होना—‌      बहुत दिनों पर मिलना

6. पानी पानी होना—        लज्जित होना

7. आंखें दिखाना—          क्रोधित होना

8. आंख भरना—             आंसू आना

9. कान ना देना—            ध्यान ना देना

10. अंगूठा चूमना—         खुशामद करना

लोकोक्तियां 

किसी भी शब्द का अर्थ को पूरी तरह से स्पष्ट करने वाला वाक्य "लोकोक्तियां" कहलाता है।

लोकोक्तियां को हम कहावतें भी कहते है। लोकोक्तियां किसी समाज के सफल, अनुभव या महापुरुषों द्वारा दिए जाती है। लोकोक्तियां किसी महापुरुष द्वारा अपने सफल जीवन जीने का अनुभव होता है। जो हमारे जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है। ये हमें हमारे उद्देश्य को पूरा करने में मदद करती है।

प्रमुख लोकोक्तियां एवं उनके अर्थ 

1. अंत भला तो सब भला –  कोई भी कार्य की समाप्ति ठीक हो जाए तो सभी पुराने काम भी ठीक हो जाते है।

जैसे – एक चोर चोरी करने पर पकड़ा गया और पकड़े जाने पर उसने अपनी गलती मानते हुए। कभी भी चोरी नहीं करेगा कसम खाया। इसलिए कहते है अंत भला सब भला।

2. अधजल गगरी छलकत जाए – डींग हांकना 

 जैसे– कम धन वाले लोग अधजल गगरी के समान होते हैं, जो थोड़ा सा धन मिलते ही अपने आप को धन वाले समझने लगते हैं। जिस प्रकार आधा खाली गगरी छलकती जाती है, उसी प्रकार यह अपने आप को सर्वश्रेष्ठ समझने लगते हैं।

3. अंधे के हाथ बटेर– इच्छा अनुसार ज्यादा मिल जाना।

जैसे– भिखारी, भीख मांगने के उद्देश्य से भटक रहे थे, तभी उन्हें नोट से भरा हुआ बैग मिल गया, जैसे अंधे को बटेर मिल गया हो।

4. ऊंची दुकान फीके पकवान– केवल बाह्य प्रदर्शन

जैसे– कुछ लोगों का वास्तविक रहन-सहन कुछ और होता है, और बाहर में वे अपने रहन-सहन को सर्वश्रेष्ठ बताते हैं।

मुहावरे और लोकोक्तियां का महत्त्व

हमारे जीवन में मुहावरों का एक अलग ही महत्व है। जो बाते हम विस्तृत शब्दों में नहीं कह सकते हैं उसे हम मुहावरों के जरिए कह सकते हैं।

लोकोक्तियां से हम किसी को बहुत अच्छी तरह से समझ सकते हैं। क्योंकि लोकोक्तियां किसी अनुभवी महापुरुष के द्वारा दी जाती है। हमारे जीवन में लोकोक्तियां और मुहावरे का बहुत ही ज्यादा महत्व है। इन दोनों के द्वारा हम अपनी विस्तृत बातें कुछ ही शब्दों में कह सकते हैं। और कई विषयों पर अच्छी तरह से जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।



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